अब तक आपने पढ़ा कि जिस तरह तपन ने हेतल को पटा कर चोद लिया था, ये देख कर ज़ीशान के मन में लालच आ गया और उसने तपन से मदद मांगी वो कोई तरीका सुझाए जिससे वो भी हेतल को चोद पाए। अब आगे की कहानी ज़ीशान की जुबानी जारी है …
तपन: “एक मुश्किल तरीका है जिससे अगर हेतल भड़क कर हितेन से शिकायत कर भी दे तो भी हितेन तुझे कुछ नहीं बोलेगा। अगर हितेन खुद तुम्हारी वाली गलती कर दे तो।”
ज़ीशान: “मतलब?”
तपन: ” सोच, अगर हितेन भी तेरी तरह ज़ीनत पर मर मिटे और उसे छेड़ दे तो।”
ज़ीशान: “ज़ीनत को बीच में क्यु घसीट रहा है?”
तपन: “मुझे कोई शौक नहीं, तेरे पास कोई अच्छा प्लान हो तो ठीक है, वरना हेतल को भुल जा। सोच कर बता देना बाद में”
मेरे दिमाग पर तो हेतल का खूमार चढा था। मैने सोचा एक बार देखते है कि उपाय है क्या ! अगले ही दिन मै आॉफिस में तपन से मिला और हां बोल दिया।
ज़ीशान: “अगर हितेन की नीयत ज़ीनत को देख खराब नहीं हुई और छेड़ा ही नही तो?”
तपन: “वो मुझ पर छोड़ दे, मेरे पास प्लान है। तु बस मेरा साथ देना। दो सप्ताह बाद हम घुमने का प्लान करते है, वहीं पर तुम्हे हेतल के साथ जो करना है, कर लेना। पर ध्यान रख इसके बदले ज़ीनत के साथ हितेन कुछ भी कर सकता है, हालांकि मै वहां रहुंगा और कुछ गलत नहीं होने दुंगा”
ज़ीशान: “तू मामला संभाल लेगा तो ठीक है, मुझे मंजूर है।”
हेतल को पाने की लालच में मैने ज्यादा नहीं सोचा और अपनी हवस के लिए ज़ीनत की इज्जत भी दांव पर लगा दी। मैने सोचा तपन साथ में है तो वो ज़ीनत को कुछ होने नहीं देगा।
अगले विकेंड पर तपन फिर मेरे घर आया क्युंकि ज़ीनत उसको फिर तन्नु से गहरी दोस्ती करवाने ले जा रही थी।
तपन ने मुझे अकेले में अपना पूरा प्लान समझाया। हम पांचो लोग दो दिन के लिए घुमने जाने वाले थे और रात को होटल में रुकने वाले थे। हमने जानबुझकर दो रुम ही बूक करवाए थे, एक लड़को के लिए और दुसरा लड़कियों के लिए।
पहले दिन हम घुम फिर रहे थे । हेतल ने एक वेस्टर्न ड्रेस पहनी थी और पूरे दिन मै उसी को घूर रहा था कि आज रात मै उसकी लेने वाला था।
रात को हम लड़के लड़कियां अपने अपने रुम में सोने गए। थोड़ी देर बाद तपन ने अपना प्लान शुरु किया।
तपन: “अरे ज़ीशान तू बोल रहा था कि तुझे एक नाटक का डायरेक्टर बनना है। मैने एक स्टोरी लिखी है। चल तु अपना टेलेंट दिखा। दो हीरो मै और हितेन बन जाएंगे, हीरोईन के लिए हेतल या ज़ीनत को बुला लेते है। मेरा वोट ज़ीनत के लिए है।”
मैने और हितेन ने भी ज़ीनत को ही चुना और मैने ज़ीनत को अकेले अपने रुम में बुला लिया, ये बोलकर कि कुछ काम है।
ज़ीनत ने सेटीन की नाईटी पहन रखी थी, जो घुटनो के उपर तक ही थी और कंधो पर नाईटी की दो पट्टीयां थी।
तपन: “आओ ज़ीनत, पिछले रविवार जब हम दोनो तन्नु से मिलने गए थे तब तुम कह रही थी कि तुम हिरोईन बनना चाहती थी और एक्टींग करना चाहती हो तो तुम्हारी इच्छा पूरी होने वाली है। तुम हमारी नाटक की हिरोईन हो और ज़ीशान डायरेक्ट करेगा।”
ज़ीनत: “मै और हिरोईन!”
ज़ीनत को मैने शादी के पहले बताया था कि मैने काॉलेज में प्ले डायरेक्ट किया है। तपन ने ज़ीनत की तारीफे शुरु कर दी और साथ दिया हितेन और मैने, और ज़ीनत खुश होकर आॉडीशन देने को मान गई।
तपन ने स्टोरी बताई और 3-4 सीन बताए जो हम आॉडीशन करने वाले थे। कहानी में ज़ीनत के पति का रोल हितेन कर रहा था और तपन बना था ज़ीनत का आशिक जिसे ज़ीनत प्यार करती है।
पहला सीन सिम्पल था और सिर्फ ज़ीनत और हितेन के डायलॉग थे कि ज़ीनत अपने पति से परेशान है कि वो उसको समय नहीं देता।
सीन के बाद सबने ताली बजाकर ज़ीनत की तारीफ की, उसने अच्छी एक्टींग की थी। दुसरा सीन रोमांटिक था जिसमें ज़ीनत अपने प्रेमी तपन से मिलती है।
तपन ने सीन को समझाया तो ज़ीनत थोड़ा सकपकाई क्युकि उसमे ज़ीनत को तपन के साथ चिपकना था। ज़ीनत मेरी तरफ देखने लगी और तपन का इशारा पाकर मैने ज़ीनत को समझाया कि एक्टींग ही तो है दोस्तो के साथ तो कर ले। मेरे कहने पर ज़ीनत थोड़ा सकुचाते हुए मान गई।
तपन ज़ीनत के पीठ पीछे खड़ा था और पीछे से ज़ीनत की कमर में दोनो हाथ डालकर पेट से पकड़ लिया। कुछ प्यार भरे डायलॉग चले और तपन ने ज़ीनत के आधे नंगे कंधो पर होंठ रख चुमा और फिर होंठ रगड़ते हुए गरदन तक ले आया और कानो के नीचे चुमता रहा।
तपन के लंड का हिस्सा ज़ीनत की गांड से चिपका था और ज़ीनत के पेट को दबा कर अपने शरीर से चिपकाए था। ज़ीनत भी सीन के हिसाब से डायलॉग बोलते हुए आहें भर रही थी। मुझे बुरा लग रहा था कि हितेन की बजाय तपन खुद मजे ले रहा था।
उधर हितेन को देखा तो उसके पाजामे में लंड खड़ा हो चुका था। मेरी भी हालत खराब ही थी पर तपन को कैसे रोकता। अच्छी बात ये थी कि प्लान के मुताबिक हितेन बहक रहा था।
तपन ने अब ज़ीनत को अपनी तरफ मौड़ा और सीन के हिसाब से तपन को अपने होंठ ज़ीनत के होंठ के पास ले जाने थे और ज़ीनत को शरमा कर अपना मुंह फेरना था।
मगर तपन कुछ ज्यादा ही तेजी से अपने होंठ ज़ीनत की तरफ लाया या फिर शायद ज़ीनत थोड़ा धीमी थी कि तपन के होंठ सीधे जाकर ज़ीनत के होठो पर लगे और तपन ने ज़ीनत को चुम लिया।
वो दोनो अलग हुए, मै और ज़ीनत सदमें में एक दुसरे को देखने लगे। तपन इस गलती पर हंसने लगा और माफी मांगते हुए सफाई देने लगा कि उन दोनो की टाईमिंग गलत हो गई थी।
तपन ने फिर ज़ीनत को हंसाने की कोशिश की और मुझे भी साथ देने का इशारा किया। मुझे हंसता देख ज़ीनत भी हंसने लगी।
हमने वो सीन फिर से किया और इस बार दोनो के होंठ सही समय पर दूर हुए, पर फिर भी ज़ीनत का चेहरा मुड़ते ही तपन के होंठ ज़ीनत के गालो पर लग कर चुमने लगे। मैने कट बोलकर सीन समाप्त किया।
अगला सीन सबसे महत्वपुर्ण था क्युकि वो हितेन और ज़ीनत के बीच होने वाला था और इसी से हितेन को ज़ीनत के करीब लाने वाले थे।
सीन सुनाने के पहले ही तपन ने ज़ीनत को बोल दिया कि ये सीन सबसे मुश्किल है और एक एक्टर के रुप में चुनौतीपुर्ण है तो क्या वो कर पाएगी। ज़ीनत भी आत्मविश्वास से भरी थी कि उसको चुनौती वाले रोल करने में मजा आएगा।
सीन में पति बने हितेन को अपनी बीवी बनी ज़ीनत के अफेयर के बारे में पता चलता है और उन दोनो में झगड़ा होता है, फिर हितेन अपनी मर्दानगी दिखाते हुए ज़ीनत के साथ जबरदस्ती सेक्स करने की कोशिश करेगा।
ये सीन सुनकर ज़ीनत थोड़े तनाव में आ गई और तपन उसे समझाने लगा कि उसने बोला था कि ये मुश्किल होगा पर ये करने पर ही कलाकार की पहचान होगी।
तपन ने बहुत पहले ही मुझे ये सीन कैसे करवाने है समझा दिया था। हमें पता था कि ज़ीनत ने अगर मना किया तो हमारा प्लान फेल हो जाएगा।
तपन ने तो मुझे यहां तक बोल दिया था कि इस सीन मे ज़ीनत के थोड़े कपड़े उतरवा देंगे पर मैने ही मना कर दिया कि ज़ीनत फिर तो बिल्कुल ही नहीं मानेगी इसलिए सिर्फ कंधो से कपड़े नीचे खिसकाने का फाईनल किया था।
ज़ीनत ना नुकुर करते मना करती रही। मैने अब आगे बढ़कर ज़ीनत को मनाया कि वो ये कर ले। बड़ी बड़ी हीरोईन भी न्यूड सीन करती है, फिर मै तो वहां मौजूद हुं ही और सिर्फ कंधे नंगे होंगे जो कि आॉफ सोल्जर ड्रेस मे भी होते ही है।
ज़ीनत ने वैसे ही तपन से वादा किया था कि वो ये चुनौती वाला एक्ट कर लेगी और फिर मेरे लाॉजीक को सुनकर वो मान गई।
तपन के बताए अनुसार मैने हितेन और ज़ीनत को समझा दिया कि क्या करना है। मैने ये भी बताया कि ये सीन एक बार में पूरा करेंगे, बीच में कट नहीं बोलेंगे। उन दोनो ने भी मेरी बात से सहमति जताई।
सीन शुरु हुआ और थोड़े झगड़े के बाद हितेन ने ज़ीनत को बिस्तर पर गिरा दिया। ज़ीनत की घुटनो तक की नाईटी उसके बिस्तर पर गिरने की वजह से थोड़ी ऊपर खिसक गई और गौरी जांघे दिखने लगी।
इसके पहले की ज़ीनत जांघो को फिर ढक पाती हितेन सीन के हिसाब से ज़ीनत की जांघो पर बैठ कर उस पर झुक जाता है।
हितेन को अब ज़ीनत की नाईटी की पट्टीयों को कंधो से निकालनी थी। उसने वो किया भी पर नाईटी की पट्टीयों के नीचे ब्रा की पट्टीयां भी छीपी थी और डायलॉग बोलने के जोश में हितेन ने ब्रा की पट्टीयां भी कंधो से नीचे खिंची जिससे ज्यादा जोर लगा और ब्रा सहित नाईटी भी ज़ीनत के मम्मो से थोड़ा हट गयी और ऊपर से आधा मम्मो का गौरा उभार बाहर दिखने लगा।
अगर वो थोडा और जोर से नीचे खिंचता तो ज़ीनत के निप्पल बाहर निकल आते। मेरे पहले बताए अनुसार सीन बीच में छोड़ना नहीं था और हितेन लगा रहा। हितेन अब पूरा ज़ीनत पर लेट गया और अपने लंड से ज़ीनत की चूत को रगड़ने लगा।
उन दोनो के बीच भले ही उनके पहने हुए कपड़े की दीवार थी पर हितेन असली वाली चुदाई की तरह धक्के मार चोद रहा था।
मैने जितना सोचा नहीं था उससे ज्यादा भयंकर उत्तेजक माहौल बन गया था। मेरा अंदर खुन उबलने लगा जिस तरह हितेन अपने कैरैक्टर में घुस कर ज़ीनत को चोदने की एक्टींग कर रहा था।
मै कट बोलता उसके पहले ही तपन ने मुझे रोक दिया कि हम जो चाह रहे थे वैसा ही हो रहा है तो थोड़ा रुक कर देखते है कि हितेन क्या करता है।
हितेन अपने होंठ कभी ज़ीनत की गरदन तो कभी गालो पर चुम कर ज़ीनत की चूत को कपड़ो के उपर से ही रगड़ कर चोदता रहा और डॉायलॉाग बोलता रहा।
ज़ीनत तो जैसे अपने डायलॉग ही भूल गई थी और बुरी तरह आंहे भर रही थी। ये आंहे जानी पहचानी थी क्युकि ज़ीनत को जब मै चोदता हुं तो वो ऐसी ही आंहे भरती है।
मेरा खुद का लंड मेरी पैंट में कड़क हो खड़ा हो चुका था। मुझे मेरी आंखो के सामने ज़ीनत की बजाय हेतल दिख रही थी जिसे मै चोद रहा था।
थोड़ी ही देर हितेन की रगड़ से ज़ीनत की नाईटी जांघो से ऊपर खिसक कर कमर तक चढ़ने लगी और रह रह कर साईड से पैंटी दिख रही थी।
हितेन की गति बढ़ती गई और ज़ीनत के गालो को चुमते हितेन के होंठ अब ज़ीनत के होंठो के करीब आने लगे और जल्दी ही दोनो के होंठ एक दुसरे को चुमने लगे। हितेन बड़ी बेरहमी से पागलो की तरह ज़ीनत के होंठो को चुस रहा था।
हितेन अपने रोल के हिसाब से सही कर रहा था पर वो ये भुल चुका था कि वो मेरे सामने मेरी ही बीवी पर चढ़ा हुआ था।
मैने तभी जोर से कट बोल दिया पर हितेन ने अनसुना कर दिया। मुझे एक बार और कट बोलना पड़ा तब जाकर वो रुका।
हितेन अब एक डर वाली हंसी के साथ बिस्तर से उतरा। ज़ीनत का चेहरा गंभीर था और उसने जल्दी से अपने कपड़े ठीक कर अपने नंगे दिखते बदन को ढ़का।
अगले एपिसोड मे पढ़िए क्या ज़ीशान अपने प्लान पर कायम रहेगा और हेतल का फायदा उठा पाएगा या नहीं।
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