नमस्कार दोस्तों, भाभियो, ऑन्टीयो, लड़कियों। मैं आशा करता हूँ, की आप सभी अच्छे होंगे। सेक्सी,हॉट और कामुक कहानियाँ पढ़कर अच्छी चुदाई, मुठ और फिंगरिंग करते होंगे।
मैं देव कुमार,जयपुर से आपके लिए मेरी कहानी टीना ऑन्टी बनी मेरी रांड का तीसरा भाग लेकर आया हूँ।
मैं आशा करता हूँ, आप सभी को मेरी कहानी पसंद आएगी और मुझे सभी लोग मेल के द्वारा जबाब जरूर देंगे।
कोई भी फीमेल अगर मुझसे मिलना चाहती हो तो मुझे मेल करे। किसी की भी जानकारी मैं गुप्त रखूँगा और एक भारतीय होने के नाते सभी लड़कियों ऑन्टीयो और भाभियो की भावनाओ के साथ कोई खिलवाड़ नहीं करूँगा।
पिछले भाग में आपने पढ़ा की कैसे मैंने टीना ऑन्टी को अपनी बुर में लण्ड लेने को बेताब कर दिया था, और कैसे एक ही झटके में ऑन्टी की भोसड़ी में लण्ड ठोक कर, चुदाई चालू कर दी थी।
मैंने ऑन्टी की आँखों में देखा तो वो बिलकुल लाल हो रही थी, जैसे की कोई नशा कर रखा हो। क्या चुदाई की ललक, बेबसी थी ऑन्टी की आँखों में। मैंने अपने हाथ ऑन्टी के बोबो पर रखे और जोर जोर से दबाने, मसलने लगा,साथ साथ निपल को चुटी भी काट लेता जिससे टीना ऑन्टी की चीख भी निकल जाती थी।क्या मजा आ रहा था चुदाई में।
पुरे हाल में ऑन्टी की सिसकारियां सी सी, आ आ, उ उ, इ इ इ, की आवाज के साथ लण्ड और चुत की घमासान चुदाई चल रही रही थी।ऐसा लग रहा था, जैसे किसी सुलगती,जलती भट्ठी में लोडा दे दिया हो। ऐसा लग रहा था,की साली छिनाल, हरामजादी की भोसड़ी में आलू डाल दे तो वो भी उबल कर बाहर आएगा।
10 मिनट की लगातार चुदाई और चुचो की रगड़ाई से ऑन्टी की सिसकारियां ओर तेज हो गयी और छटपटाने लगी और टीना ऑन्टी का शरीर अकड़ने लगा।
टीना ऑन्टी – चोद मादरचोद, भड़वे, ठोक तेरा लोडा, ,,आ आ ठोक इस चुत में, बना दे इसे भोसड़ा, ओर तेज़ ठोक मादर चोद जोर लगा के ठोक, निकाल दे इस निगोड़ी, झुमरी तलैया, बुर, भोसड़े का रस, निचोड़ के रख दे इसे।
मैं – ले साली वैश्या,छिनाल खा मेरा लोडा अपनी बुर में। ओर जोर जोर से लोडा ऑन्टी की चुत में ठोकने लगा।
साली जोर की चीख के साथ क्या झड़ी दोस्तों।निचे ऐसा लगा जैसे पुरे जोर के साथ ऑन्टी मूत रही है बिलकुल उबलता हुआ लावा फुट पड़ा मेरे लण्ड पर, टीना ऑन्टी की चुत से। लेकिन मैंने अपनी चुदाई की स्पीड काम नहीं की जिससे ऑन्टी तड़प उठी ओर बोली रुक मादर चोद थोड़ा सांस तो लेने दे, क्या जान लेगा मेरी इस भोसड़ी के चक्कर में।
मैंने ऑन्टी की बुर से लोडा निकाला ओर ऑन्टी के पेट पर बैठ कर दोनों चुचो के बिच में ऑन्टी की चुत रस से भीगे लोडे से चुचो की चुदाई करने लगा। साली को बहुत ही मजा आ रहा था।
बोली वाव। क्या चुदाई करता है, मेरा राजा। कहा से सीखा ऐसा तरीका। मुझे तो आज तूने पक्का अपनी रांड बना लिया रे, बोल तेरे लिए क्या करू। अपनी इस रांड को, कुतिया को ऐसे ही प्यार करते रहना मेरे देव राजा।
फिर मैंने चुचो की चुदाई छोड़कर वापिस ऑन्टी की बुर में लण्ड डाला। 2 मिनट चुत को लण्ड से ठोका फिर चुत रस से गीले लण्ड को ऑन्टी के होठो पर रख दिया ऑन्टी बड़े प्यार से अपनी जीभ निकाल कर लण्ड के टोपे को किसी लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी।
फिर मैंने थोड़ी देर ऑन्टी के मुँह की दुबारा से चुदाई की।
साली के मुँह में गले तक लण्ड डाल देता,जिससे केवल गो गो गु गु की आवाज आ रही थी,साथ ही मुँह से लण्ड के साथ लार टपक रही थी। फिर थोड़ी देर बाद लण्ड मुँह से बाहर निकालकर, लण्ड से ऑन्टी के चेहरे की अच्छे से मालिश की ओर अपने हाथ से ऑन्टी के मुँह से निकले लार ओर थूक को ऑन्टी के बोबो पर अच्छे से रगड़ने लगा। साली चुदाई के लिए दुबारा तैयार हो गयी।
टीना ऑन्टी- बोल मेरे देव राजा, मालिक अब कोनसी पोजीशन लू।अपनी रांड को किस पोजीशन में चोदना पसंद करोगे।
मैं- चल साली बड़ी ही बोल रही है ना अपने आप को कुतिया, तो चल अब कुतिया ही बन जा। तुजे कुतिया बनाकर चोदता हूँ बड़ा मजा आएगा इस पोजीशन में, साथ में तेरे चूतड़ों पर हाथ से चाटे मारते हुए।
ऑन्टी कुतिया की पोजीशन में आ गयी ओर अपने चूतड़ मटकाने लगी। लो मेरे मालिक आपके लण्ड के लिए पेश है,इस कुतिया की भोसड़ी,ठोक दो इसमें अपना लोडा,ओर भर दो इसे अपने काम रस से।
मैं कुतिया बनी ऑन्टी के पीछे आया ओर चुत रस से भीगी ऑन्टी की चुत ओर गांड को अपनी जीभ से चाटने लगा। साली की गांड का छल्ला भी क्या मस्त था गोल। गुलाबी रंग का।
मैं- ऑन्टी आपकी गांड के छल्ले को देखकर लग रहा है,की आपने शायद अपनी गांड की ठुकाई, चुदाई नहीं करवाई। कोरी लग रही है। बहुत ही प्यारी है, दिल आ गया तेरे देव का,ओर देव के लोडे का इस गांड पर।
ऑन्टी- साले भड़वे, कुत्ते लण्ड तो मिलता नहीं इस चुत को ठोकने के लिए, ओर तू गांड मरवाने की बात करता है। तेरा अंकल 1 साल में 1 महीने के लिए आता है,उसमे अच्छे से इस बुर की आग ही शांत नहीं कर पाता, तो गांड क्या खाक मारेगा मादर चोद। ओर हा इसकी तो सोचना भी मत कभी गांड नहीं मरवाई मैंने।
मैं – ओहो ऑन्टी अब मेरी रांड ओर कुतिया बनी हो तो अपने इस यार से अपनी गांड का भी उद्घाटन करवाना ही पड़ेगा, मेरी रंडी छिनाल, गुलाम बनी है तो फिर अपने मालिक का हुकुम तो मानना ही पड़ेगा ना।
ओर मैं जोर से चुत के अंदर तक जीभ डालकर दुबारा ऑन्टी को चुदाई के लिए तड़पाने लगा।उसकी चुत पर जीभ रखकर गांड के छल्ले तक लगातार चाटने लगा। दोस्तों मुझे आज जन्नत का अहसास हो रहा था।
ऑन्टी – आ आ सी सी इ इ। मादर चोद, आ आ आ आ आ सी सी सीस, बहन के लोडे क्यों तड़पा रहा है, जो चाहे कर लेना अपनी रांड के साथ,पर पहले लण्ड को चुत में पेल दे। 1 बार ओर इसको अच्छे से रगड़ दे, फिर मार लेना गांडपर प्यार से कोरी है तेरी इस कुतिया रांड की गांड मेरे राजा। अब ठोक भी दे लोडा कुतिया की बुर में।
मैं लगातार ऑन्टी की चुत से लेकर गांड के गोल गोल गुलाबी छेद तक चटाई कर रहा था और बीच बीच में कभी टीना ऑन्टी की बुर में और कभी गांड के छेद में जीभ भी गुस्सा देता, बड़ा मजा आ रहा था ऑन्टी की तड़प से।
टीना ऑन्टी सिसकारियां ले रही थी पूरा हॉल चुत और गांड की चटायी से गूंज रहा था।
फिर मैंने ऑन्टी की तड़प को देखकर उठा और अपने लोडे को ऑन्टी की चुत पर रगड़ते हुए घप से ठोक दिया। और एक बार फिर घमासान चुदाई का दौर चालू हो गया।
मै कुतिया बनी टीना ऑन्टी को 20 मिनट तक लगातार चोदता रहा। ऑन्टी चिकती चिलाती गालिया देती हुई चुदाई का मजा लेती रही।
और अंत में मै ऑन्टी की चुत में अपना लावा उगल दिया।और ऑन्टी के ऊपर ही ढेर गया।
दोस्तों एक तूफान आकर रुकने के बाद जैसे सनाटा छाता है वैसे ही एक घमासान चुदाई के बाद पुरे हॉल में सनाटा छा गया, ऑन्टी के चेहरे पर एक अनंत सुख महसूस हो रहा था।
ऑन्टी – मेरे देव राजा जब तक तू यहाँ है तब तक ये रंडी तेरी गुलाम है। पर मुझ पर ये प्यार काम मत करना।
मैंने भी ऑन्टी को किस किया और कहा की देव आपको कभी निराश नहीं करेगा। इस तरह दोस्तों हमारी चुदाई चलती रही।
मैंने ऑन्टी की गोरी चिकनी गुलाबी गांड भी बड़े प्यार से, ऑन्टी के बिस्तर पर, ऑन्टी की इच्छा से मारी। ये कहानी कभी और बताऊंगा।
तब तक दोस्तों आप मेरी ये कहानी पढ़ते रहे और अपने सेक्स जीवन का आनंद लेते रहे।
औ अपने सुझाव मुझे मेल करना न भूले।
आपका अपना देव कुमार
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