नेहा मेरी कजिन है मेरे मामा की बेटी जो मुझसे ६ साल छोटी थी और उस समय वो शहर के टॉप कॉलेज में बी ऐ फर्स्ट इयर में पढ़ती थी।
उसकी उम्र १८ साल है वो बहुत ही खुबसूरत है और उसके बॉडी स्टेटिस्टिक्स ३२”२८”३४” है उसकी पर्सनालिटी इतनी अच्छी है है कि मत पूछिए उसके दिवानो की लिस्ट काफी लम्बी थी।
लेकिन वो किसी को भाव नहीं देती थी हमसे उसकी बहुत बनती थी वो मेरे साथ बहुत अटैच्ड थी मैं उसे पढाई में काफी मदद किया करता था शाम में जॉब के बाद जब मैं घर आता तो उसकी चुहलबाजियां मुझे अच्छी लगती हम उससे काफी बात किया करते थे।
मेरे घरवाले मेरी शादी को लेकर काफी बातें किया करते थे नेहा बोलती थी की भैया का टेस्ट मैं जानती हूँ और इनके लिए लड़की मैं पसंद करुँगी मैं भी बोलता हाँ नेहा जिससे कहेगी मैं शादी कर लूँगा एक लड़की का रिश्ता आया था।
मुझे लड़की बहुत अच्छी नहीं लगी थी घर वालों ने कहा की लड़की देख लेते हैं अगले दिन हम एक शौपिंग मॉल में लड़की देखने गए सबने लड़की को देखा और बातें भी की कुछ लोगों ने कहा की लड़की गुणों वाली है और पढने में काफी तेज है उसने एम् बी ऐ भी किया है..
भले देखने में साधारण हो नेहा को भी लड़की ठीक ठाक लगी थी उसने उससे काफी बात की थी मुझे बहुत पसंद नहीं आई फिर भी मैंने कहा कि मेरा डिसिशन नेहा के ऊपर है ये जैसा कहेगी मैं वही करूँगा नेहा रात में खाने के बाद मेरे कमरे में आई मैं उदास बैठा था।
नेहा आई और कही की मेरे भैया क्यों उदास हैं क्या आपको लड़की पसंद नहीं आई मैंने कहा की क्या नेहा तुम तो कहती हो की तुम मेरा टेस्ट जानती हो तब भी तुमको लड़की पसंद है।
नेहा ने कहा की भैया लड़की काफी पढ़ी लिखी है अच्छी नौकरी करेगी देखने में ठीक ठाक ही है और अच्छे नेचर की है इसलिए मुझे पसंद आई। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
मैंने कहा की तुम मुझे पहचानती हो तो मेरा चॉइस तो जानती होगी उसने कहा कि सब तरफ से देखने के बाद लड़की ठीक है बाकि लोगों को भी तो वो पसंद है उसने कहा की अच्छा बताओ भैया तुम अपनी होने वाली बीवी में क्या देखते हो वो कैसी होनी चाहिए ये कहते हुए वो मेरे काफी करीब आ गयी थी वो दुखी थी मेरे लिए दुखी हो कर वो मेरे कंधे पर सर रख दी और मेरा हाँथ पकड़ ली उसके स्पर्श से मैं रोमांचित हो गया था और मेरे पैन्ट में टेंट बन गया था।
मैंने उसका हाँथ पकड़ के बोला कि नेहा बाकी गुण तो होना ही चाहिए लेकिन जो एक चीज सबसे ज्यादा जरुरी है वो जानती हो तो उसने कहा क्या है भैया मैं उसे ड्रेसिंग टेबल के पास ले गया और मिरर में उसे दिखला कर बोला कि मेरी बीवी ऐसी होनी चाहिए वो शर्मा गयी और बोली कि ऐसा क्या है मुझमे जो उसमे नहीं है मैं उसे अपनी ओर घुमा कर बोला कि तुम बहुत सुन्दर हो और वो नहीं है।
नेहा बोली की क्वालिफिकेशन तो अच्छी है अच्छे फॅमिली की है मैंने कहा की तुम भी तो क्वालिफाइड हो जोगी कुछ दिनों में लेकिन जो बात तुममे है वो उसमे बिलकुल नहीं है।
नेहा बोली की ऐसा मुझमे क्या है जो उसमे नहीं अब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था मैंने उसके गालों को हाँथ में ले कर बोला की देखो कितना गोरा और गोल सुन्दर चेहरा है तुम्हारा मैं उसके गालों को सहलाने लगा उसने बोला की वो भी तो गोरी हैं मैंने उसे पकड़ते हुए बोला की तुम्हारी काया बहुत अच्छी है तो उसने कहा की वो भी ठीक है।
मैंने कहा की देखो यहाँ तुम्हारे ये बूब्स कितने अच्छे हैं बिलकुल कप साइज़ के उस लड़की के बूब्स बहुत छोटे हैं ये कह कर मैंने उसके बूब्स को पकड़ लिया और सहलाने लगा वो हमसे छुट कर भागना चाही।
तो मैंने कहा की नेहा तुम्हारी चूचियां बहुत मस्त हैं तुम्हारा ये गांड कितना सुन्दर है ये कह कर मैंने उसके गांड पर हाँथ रख दिया और उसे अपने से सटाने लगा नेहा बोली भैया ये क्या बात है कोई बात बताने का।
मैंने कहा की नेहा तुम बहुत सुन्दर हो मुझे तुम्हारे जैसी बीवी चाहिए तुम्हारे जैसी बीवी मुझे मिल जाये तो मेरा जीवन संवर जाये लेकिन अफ़सोस की तुम मेरी बहन हो और मैं तुमसे शादी नहीं कर सकता पर तुम चाहती हो की तुम उस लड़की को ओके करो तो आज मैं तुम्हे अपनी बीवी में क्या होना चाहिए इसका डेमो दूंगा तब तुम्हें पता चलेगा मेरी जरुरत।
ये कह कर मैंने उसे बाहों में भर लिया और उसके लिप्स पर किस करने लगा नेहा बोली की नहीं भैया भाई बहन के बिच में ऐसा करना गलत है मैं तुम्हे सिर्फ भाई बहन वाला ही प्यार करती हूँ।
मैंने उसकी वर्जिन चुचियों को छुते हुए बोला कि नेहा आज मैं तुम्हे अपनी बीवी के समान प्यार करना चाहता हूँ मत रोको आज मेरे अरमानों की चिता जल जाने दो और आज भर तुममे अपनी बीवी देख लेने दो उसके बाद तुम्हारे कहने से मैं उस लड़की से शादी कर लूँगा।
मैंने नेहा को अपनी बाहों में समा लिया और अपने लंड को उसके पेट में सटा दिया और उसके मम्मों को दबाने लगा नेहा सिसकना शुरू कर दी लेकिन मेरे हाँथ उसके कपड़ों को खोलने लगे और उसके सलवार सूट को खोल कर अलग कर दिए नेहा ने कहा की भैया ये क्या कर रहे हो।
मैंने कहा कि आज मत रोको नेहा मुझे बह जाने दो मैं तुम्हारी बात मान लूंगा तुम मेरी बात मान लो मैं नेहा को बाँहों में ले कर उसके होठों पर चुम्बन की झड़ी लगा दी।
मैंने उसके उपर निचे दोनों लिप्स को चूसने लगा और उसके टंग को अपने मुंह में डाल दिया वो भी अब हॉट होने लगी थी उसके अधनंगे बदन मुझे मदहोश किये जा रहे थे वो अभी भी हल्का विरोध कर रही थी लेकिन उसका जिस्म और उसका मन उसका साथ नहीं दे रहे थे उसका दिल चाहता था कि मैं उसके साथ ये न करूँ पर जिस्म मस्ती के सागर में डूब जाना चाह रहा था।
मैं उसके चुतरों पर थपकी मार रहा था और दरार में ऊँगली डाल रहा था उसके नंगे पेट को खूब जोर से सहला रहा था वो लगता था की मदहोशी में आ गयी थी अब मैं उसकी पैंटी के अन्दर उब्गली घुसा दी और उसके चुत को सहलाने लगा वो बोली की भैया ये क्या कर रहे हो।
मैंने कहा की मैं तुम्हें दिखा रहा हूँ की पति को और क्या चाहिए होता है इतना कह कर मैंने उसकी चड्डी को निकाल दिया मैं तो उसकी चुत को देख कर पागल हो गया।
मुझे आशचर्य हुआ की नेहा एकदम अपनी बुर को बिलकुल साफ़ रखी हुई है उसके पुरे बदन पर एक भी बाल नहीं था मेरे हाँथ उसके बदन पर फिसल रहे थे अब मैंने उसके ब्रा को भी उसके खुबसूरत बदन से अलग कर दिया क्या सुन्दर बदन था।
उसका मैंने उसकी चुचियों पर हाँथ फेरते हुए कहा कि नेहा मैडम मुझे अपनी बीवी का बदन ऐसा चाहिए था वो अब काफी गरम हो गयी थी बोली की भैया कि क्या किया जाए हम भाई बहन हैं ना पति पत्नी कैसे बन सकते हैं।
मैंने कहा की नेहा यदि तुम मेरी बहन नहीं होती तो मुझसे शादी करती कि नहीं उसने कहा कि जो नहीं हो सकता उसके बारे में क्या सोचना।
मैंने कहा कि नेहा तुम यदि मेरी बीवी बनती तो तुम्हें इतना प्यार करता और चोदता और तुम्हें कई बच्चों की मम्मी बना देता नेहा भले तुम मेरी बीवी नहीं बन सकती लेकिन बीवी का सुख तो दे ही सकती हो देखो तुम्हारे इस बदन को कितना हसीन चेहरा गोल गोल सुन्दर चूची गहरी नाभि ,तुम्हारी चिकनी गांड मस्त बुर मस्त जांघें जिन पर हलके रोएँ हैं तुम्हारा होने वाला पति कितना लकी होगा जिसे इतनी सुन्दर और तेज पत्नी मिलेगी लेकिन मैं भी कम लकी नहीं हूँ जिसे आज तुम्हार कौमार्य भंग करने का अवसर मिलेगा।
मैंने उसके बदन को चुमते हुए उसे पलंग पर लिटा दिया और उसके पुरे बदन को अपनी जीभ से चाट कर गिला कर दिया मैंने उसके खुबसूरत गांड के अन्दर जीभ डाल कर खूब चाटा नेहा आहें भरने लगी थी मैंने उसकी जाँघों को पूरा सहलाना और चाटना शुरू कर दिया।
नेहा से अब रहा नहीं जा रहा था उसका ये पहला अनुभव था अब मैंने अपना कपडा भी खोल दिया कि भैया तुम्हारा वो कितना लंबा दिख रहा है मैंने कहा की तुमने इसे कभी देखा है तो उसने कहा की यंग आदमी का पहली बार देख रही हूँ मैंने कहा कि इसे लंड कहते हैं उसने जब मेरे लंड को देखा तो देखती रह गयी।
मैं उसकी चूत को जीभ से चाटने लगा और उसकी वर्जिन चुत में जीभ डाल दिया और अन्दर बाहर करने लगा मैंने उसके क्लिटोरिस को छेड़ कर उसे पुरा तडपा दिया उसका बदन अब आनंद के हिलोरे लेने लगा था और वो कमर हिला कर अपनी फीलिंग्स का इजहार कर रही थी वो बोली की भैया न जाने मुझे क्या होते जा रहा है बड़ा मजा आ रहा है लगता है कि मेरे आगे से कुछ निकल रहा है।
मैंने जान बुझ कर कहा की कहाँ से नेहा तो उसने कहा की भैया तुम जहाँ अपनी जीभ डाल कर हिला रहे थे मैंने नाभि में ऊँगली डाली और पूछा की यहाँ तो उसने कहा की यहाँ नहीं निचे अब मैंने उसकी गांड में ऊँगली डाली पुछा की यहाँ पर तो उसने कहा की नाभि के निचे तो मैंने उसकी चूत में ऊँगली डाल कर बोला की तुम इसकी बात कर रही हो।
फिर मैंने कहा कि इसे बुर या चूत कहते हैं ये कह कर मैं तेजी से ऊँगली डाल कर हिलाने लगा मैंने कहा कि ये जो निकल रहा है उसे स्पर्म कहते हैं देखो मेरा भी निकल रहा है लंड से इसे सीमेन कहते हैं ये तब निकलता है जब कि हमारी बॉडी सेक्स के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाती है इसका मतलब ये हुआ कि तुम्हारी ये चुत पूरी तरीके से तैयार है मेरे लंड को अपने अन्दर लेने के लिए दोनों जल्द से जल्द एक दुसरे से मिलना चाह रहे हैं इसलिए रो रहे हैं हम दोनों जवानी के समंदर में तैरने के लिए बेक़रार थे।
तब तक मैंने देखा कि नेहा की चूची फूल कर कड़ी हो गयी है और उसके निप्पलस एक दम खड़े हो गए थे मैंने सोचा कि इसे थोडा और तडपाया जाये मैंने उसकी चुचियों को अपने मुंह में ले कर बच्चे के सामान जोर जोर से चूसने लगा।
नेहा बोली भैया कुछ करो ना अब बर्दास्त नहीं हो रहा है दोनों दोस्तों को मिलने से मत रोको ऐसा ना हो कि ये फुट फुट कर रो दें और हमें उन्हें चुप कराने का मौका ना मिले।
मैंने कहा की तुम चिंता मत करो दोनों दोस्त पहली बार मिलेंगे इसलिए तुम्हे थोडा दर्द होगा और थोडा ब्लड भी आएगा लेकिन फिर तुरंत एक दुसरे के ये गहरे दोस्त हो जायेंगे मेरा लंड और तुम्हारी चुत का मिलन हम दोनों के लिए बड़ा अहम् है क्योंकि तुम आज के बाद लड़की से औरत बन जाओगी और तुम्हारा कुंवारापन उतर जायेगा और मेरा लंड तुम्हारी चुत का पहला पति बन जायेगा हम भले भाई बहन रहेंगे लेकिन ये दोनों सदा पति पत्नी रहेंगे हम दोनों को हमेशा इनके मिलन करवाते रहना पड़ेगा ये कह कर मैं अपने आपे में नहीं रह गया था।
और नेहा के बुर के दरवाजे पर अपने लंड का सुपाडा रखा पा वो बार बार फिसल जा रहा था मैंने पास पड़ी हुई क्रीम निकाल कर अपने लंड पर मला और थोडा उसकी चुत पर भी लगा दिया अब मैंने लंड को धीरे धीरे धक्का दिया तो वो धी धी अन्दर जाने लगा नेहा दर्द से चिल्ला पड़ी।
मैंने उसकी लिप्स को लॉक कर दिया और उसकी चुचियों को सहलाने लगा और बाद में बोला की नेहा तुम चिल्लाओगी तो सब कोई सो रहा है जग जाएगा और हम पकडे जायेंगे थोडा दर्द बर्दास्त करो पहली बार में दर्द तो होता ही है ये कह कर मैंने लंड को पुरे झटके में अन्दर डाल दिया और उसके लिप्स पर लिप्स रख दिया ताकि वो चिल्लाये नहीं।
अब मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा नेहा की चुत एकदम टाइट थी और मेरा लंड बहुत मुश्किल से अन्दर गया था अब मैं ताबड़तोड़ झटके लगाने लगा और अब नेहा को मजा आने लगा था वो अपनी चुत को निचे ऊपर कर कर मेरा लंड लेने लगी थी।
नेहा जोश में बडबडाने लगी थी वो पूरी मस्ती में थी उसने मुझसे कहा भैया अपना लंड तेजी से डालो ना मेरी चुत अपने दोस्त को गले लगाने के लिए बेक़रार है दोनों दोस्तों को बिना रोकटोक के मिलने दो ना भैया अपना लंड घुसो ना मेरी चुत परेशान है एकदम ये चाहती है कि उसका दोस्त उसे खूब मारे वो अब गले लगना नहीं मरवाना चाह रही है इसे मारो जितना जोर से मार सकते हो इसे मत छोडो जब मार खाना ही चाह रही है तो अपने लंड से कहो की मारे उसको लातों के भुत बातों से नहीं मानते फाड़ दो साली मेरी चुत को और जोर से मारो न भैया।
मैं पूरी तेजी से अपने बहन की बुर की चुदाई कर रहा था और वो तेजी से अपनी बुर आगे पीछे कर रही थी क्या बुर थी उसकी मजा आ रहा था मुझे उसे पेलने में मैंने उसको पेलना जारी रखा अब हमारी चुदाई से चप चप की आवाज आ रही थी नेहा की चुत पूरी गीली होती जा रही थी।
मैं दोनों हाथों से उसकी दोनों चुचियों को दबाते दबाते लाल कर दिया था और चुत को पूरी स्पीड से चोदने लगा और कुछ ही देर में मेरा वीर्य निकलने वाला था पहले मैं सोंचा की चुत से निकाल कर अपने पानी को निकालूं लेकिन इतनी मस्ती आ रही थी एक कुंवारी लडकी जो मेरी बहन थी को चोदने में की मैंने सोंचा पहली बार तो मैं इसकी बुर में ही झरुंगा बाद में मैं एंटी प्रेगनेंसी मेडिसिन खिला दूंगा मैंने कहा नेहा मेरा लंड तुम्हारे चुत को जूस पिलाने के लिए तैयार है।
तो नेहा ने कहा कि भैया मेरी चुत से भी जूस निकलने वाला है दो लोग हैं तो दो जूस तो होना ही चाहिए न भैया इसके बाद हम दोनों के प्रेम रस निकले और हम एक दुसरे की बाहों में समा गए फिर हम दोनों ने एक दुसरे के अंगों को चाट कर क्लीन किया थोड़ी देर में ही हम एक दुसरे को चुमते चुमते फिर उत्तेजित हो गए।
इस बार मैं नेहा की गांड में थूक लगा कर और क्रीम लगा कर अपना लंड उसकीफूली हुई चिकनी गांड में धीरे धीरे कर कर डाल दिया और गांड मारने लगा क्या मजा आ रहा था।
नेहा की गांड मारने में गोरी चिकनी बिलकुल सुन्दर सी गांड थी। मेरी नेहा की मैं उसके सारे अंगों को मसलते मसलते लाल कर दिया था उसकी गांड पर थाप मारते जा रहा था कुछ देर में मेरा ढेर सारा वीर्य उसकी गांड में गिर गया हम एक दुसरे को अपनी बाहों के घेरों में कैद कर लिया था।
और नेहा की जवानी आज किशोरावस्था से युवा अवस्था में आ चुकी थी उसकी चुत से ढेर सारा खून निकला था और वो लड़की से औरत बन गयी थी मैंने उसे मुबारकवाद दी।
और उससे कहा की नेहा तुम्हारे लिए तो मैं किसीसे शादी कर सकता हूँ मैंने नेहा से कहा की तुम मेरी शादी तै करा दो लेकिन शादी तक रोज रात में सबके सोने के बाद मेरी बीवी बन कर रहना पड़ेगा।
नेहा ने कहा कि अब मुझे भी तुम्हारे बिना नहीं रहा जायेगा हम इन दोनों दोस्तों की राह में रोड़ा नहीं बनेंगे जब तक इन्हें परमानेंट दोस्त ना मिल जाएं मैं और नेहा रात में 11 बजे के बाद एक ही कमरे में मिया बीवी की तरह रहने लगे।
बाद में जब मेरी शादी हुई तो नेहा रोने लगी लेकिन मैं जब भी मौका मिलता उसे खूब प्यार करता और दो बिछड़े दोस्तों को मिलवाता अब उसकी शादी होने वाली है दो दोस्त फिर बिछडने वाले हैं पर ये दोस्त कभी ना कभी मिल ही लेंगे।
दोस्तों मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.