कुछ देर बाद मैं बहुत ज्यादा गर्म हो गई और उसका सिर अपनी चूत पर दबा कर चूत उसके चेहरे पर मसलने लगी। थोडी़ ही देर में मैं तेजी से गांड हिलाते हुए ठंडी आंहें भरती हुई झड़ गई और शांत हो गई। राज ने कहा क्या हुआ सानिया बहुत जल्दी ठंडी हो गई अभी तो चुदाई भी नहीं हुई।
मैंने कहा सॉरी राज आज पहली बार किसी मर्द के साथ ऐसा किया है तो कंट्रोल नहीं हुआ। राज ने कहा कोई बात नहीं कुछ ही देर में गर्म हो जाओगी फिर जल्दी नहीं। झडो़गी। वो शराब की बोतल उठा लाया और साथ में सिगरेट भी। वो सोफे पर बैठ गया और मैं उसकी गोद में बैठ गई। हम दोनों बिल्कुल नंगे थे। हम एक-दूसरे को शराब पिलाने लगे और चार सिगरेट खींच गए।
वो मेरे बूब्ज़ दबाने लगा और पीठ पर चूमने लगा। साथ वो मेरी चूत में थोडी़ सी ऊंगली डालकर हिलाने लगा। मैं एक बार फिर से गर्म हो गई। मैं घुटनों के बल उसकी टांगों के बीचोबीच बैठ गई।
मैंने हाथ में उसका लंड पकड़ लिया और लंड को हिलाते हुए उसके अंडकोष जीभ से चाटने लगी। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
फिर मैंनें लंड की चमड़ी पीछे करके उसका सुपाडा़ बाहर निकाल और उसको जीभ से चाटने लगी। राज के मुंह से मस्ती भरी आवाजें निकलने लगीं। मैं सुपाडे़ को चाटते हुए उसका लंड मुंह में ले लिया और सिर को ऊपर-नीचे करके लंड चूसने लगी। मैंने उसका लंड पूरा मुंह में लिया तो वो मेरे गले में उतर गया। एक दो बार तो अजीब सा लगा फिर अच्छा लगने लगा। मैं उसके लंड को गले के अंदर-बाहर करने लगी।
कुछ देर बाद वो खड़ा हो गया और मैं समझ गई वो मेरा मुंह चोदेगा। उसने मेरा सिर पकड़ लिया और मुंह में लंड अंदर-बाहर करने लगा मुझे लगा पता नहीं क्या होगा पर बहुत मजा आने लगा। उसका लंड मेरे गले की गहराई में जाकर वापिस आता था। उसका लंड मेरे थूक से पूरी तरह गीला हो चुका था और मेरी चूत भी गीली थी। अब मैं उसको चुदाई करने को कहने लगी।
उसने मुझे बैॅड पर सीधी लेटा लिया और मेरी टांगों के बीच आ गया। उसने मेरी टांगों के नीचे बांहें डालकर मेरी टांगें उठा लीं। उसका लंड मेरी चूत पर ठोकर मारने लगा। उसने मुझे अपना लंड हाथ से पकड़ कर चूत के छेद पर टिकाने को कहा।
मैंने हाथ से उसका लंड पकड़ कर चूत के छेद पर टिका दिया और उसने जोर लगा कर अपने लंड का सुपाडा़ मेरी चूत में घुसा दिया। जैसे ही सुपाडा़ अंदर गया मुझे बहुत मजा आया। अभी मजा ले ही रही थी कि उसने एक शॉट मारा और उसका आधा लंड मेरी चूत में घुस गया।
मुझे दर्द हुआ और मैं उसे बाहर निकालने को कहने लगी। उसने लंड थोडा़ पीछे किया मुझे लगा बाहर निकालेगआ पर ये क्या उसने एक जोर से शॅट मारा और पूरा लंड मेरी चूत में उतार दिया। मुझे बहुत जोर से दर्द हुआ और काफी जलन भी हुई। दर्द के मारे मेरी चीख निकल गई।
मैं उसको लंड बाहर निकालने को कहने लगी। उसने कहा अब तो जो होना था हो गया अब मजे का टाईम है। वो ऐसे ही लंड डाले लेटा रहा और मेरे होंठों एव बूब्ज़ को चूसने लगा। थोडी़ ही देर में मैं ठीक हो गई और नीचे से धीरे धीरे गांड हिलाने लगी। राज भी समझ गया मुझे मजा आने लगा है तो वो धीरे धीरे लंड अंदर-बाहर करने लगा।
मुझे बहुत मजा आने लगा तो मैं नीचे से अपनी गांड तेजी से हिलाने लगी। तभी राज ने लंड बाहर निकाल लिया। मैंने पूछा क्या हुआ तो शरारत से बोला तुम कह रही थी बाहर निकालो तो निकाल लिया। मैंने कहा तड़पा मत यार चोद मुझे। उसने लंड फिर से चूत में उतार दिया और मेरी चूत चोदने लगा। वो ऊपर से शॉट मारने लगा और मैं नीचे से गांड उठा उठा कर लंड का मजा लेने लगी।
राज बैॅड पर लेट गया और मुझे ऊपर आने को कहा। मैंने अपनी चूत उसके लंड पर टिका दी और गांड को नीचे सरका दिया। एक पल में उसका लंड मेरी चूत में था। मैं उसकी छाती पर हाथ रखकर गांड ऊपर-नीचे करके लंड लेने लगी और वो नीचे से कमर चला कर मेरी चूत चोदने लगा।
मेरे बूब्ज़ हवा में उछल-कूद कर रहे थे। राज ने मेरे बूब्ज़ को हाथों में पकड़ कर नीचे से मेरी चूत चोदना चालू कर दिया। पूरा कमरा चुदाई की फच्चच फच्चच की आवाजों और हम दोनों की कामुक सिस्कियों से गूंज उठा।
मुझे बहुत ही ज्यादा आनंद आ रहा था और मैं बहुत तेजी से गांड उछाल उछाल कर लंड अपनी चूत के अंदर-बाहर करने लगी। नीचे से राज भी बहुत तेजी से कमर चला कर मेरी चूत चोदने में लगा हुआ था। उसके लंड पर उछलते उछलते मेरी टांगें थकने लगीं और राज ने मुझे बैॅड पर मेरी टांगें मोड़कर कुतिया जैसे बैठा दिया। राज मेरे पीछे आ गया और मेरी चूत पर लंड टिका कर जोरदार शॉट मारा।
उसका लंड एक बार फिर से मेरी चूत की गहराई में उतर गया और वो कमर चला कर मेरी चूत चोदने लगा। लंड अंदर जाते टाईम जितना दर्द हुआ था अब उससे हजार गुना मजा आ रहा था। मैं अपनी गांड हिलाने लगी और लंड के अंदर-बाहर होने का पूरा मजा लेने लगी।
राज मेरी कमर पकड़ कर मेरी चूत की चटनी बना रहा था और मैं गांड हिला हिला कर चूत चुदाई का मजा लूट रही थी। अचानक से मैं बहुत तेजी से झड़ने लगी और राज भी झड़ने वाला था। उसने मेरी चूत से लंड निकाल लिया और मुझे पता था मुझे क्या करना है। मैं जल्दी से उठकर नीचे घुटनों के बल बैठ गई और उसका लंड मुंह में ले लिया। मैं अपने सिर को आगे पीछे करते हुए तेजी से राज का लंड चूसने लगी।
कुछ ही देर में उसका गर्म गर्म और गाढा़ वीर्य मेरे मुंह में गिरने लगा। देखते ही देखते राज के लंड से एक के बाद एक कई पिचकारी निकली जिससे मेरा मुंह भर गया। राज ने मुझे वीर्य पी जाने को कहा। राज के वीर्य का स्वाद नमकीन था लेकिन मुझे अच्छा लगा और उस दिन के बाद मर्दों का वीर्य मेरी पसंदीदा डिश है। मैं सारा वीर्य पी गई और उसका लंड जीभ से चाटकर साफ कर दिया। हम दोनों नंगे ही बैॅड पर लेट गए और राज ने कहा सानिया अब तुम लड़की से औरत बन गई हो।
मैंने कहा अभी आधी बनी हूं पूरी तब बनूंगई झब तुम मेरी गांड भी खोलोगे और मैं आज पूरी औरत बनकर ही यहां से जाऊंगी। राज ने कहा ठीक है सानिया आज तुझे पूरी औरत बना कर ही भेजूंगा। मैंने फिर शराब की बोतल खोल ली और हमने फिर सै शराब पी। शराब के बाद हम सिगरेट पीकर बैॅड पर नंगे ही लेट गए।
हम दोनों को नींद आ गई और करीब एक घंटे बाद किसी आवाज़ से मेरी आंख खुल गई लेकिन राज मस्त सोया हुआ था। मैंने राज का लंड देखा वो भी सोया हुआ था। मैंने लंड को हाथ में पकड़ लिया वो बहुत नर्म था। मुझे उसके नर्म नर्म लंड से खेलने में मजा आ रहा था।
मैं उठकर किचन में पानी पीने गई और वहां आईसक्रीम पड़ी थी तो मुझे आईडिया आया। मैं आईसक्रीम उठा लाई और राज के लंड पर लगा दी। लंड पर लगाने के बाद मैं चूसने लगी। अचानक से राज का लंड सख्त होने लगा। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
राज की भी नींद खुल गई और लंड पूरी तरह औकात में आ गया। इधर मैं गांड में लंड लेने के बारे सोच कर गर्म हो रही थी और साथ में कुछ कुछ डर भी लग रहा था। मैंने राज का लंड चूस चूस कर एकदम सख्त कर दिया और कहा राज मुझे चोदो। राज ने कहा कहां से शुरू करना है चूत से या सीधा गांड से।
मैंने कहा चूत तो खुलहा ली अब जब चाहे चूत चुदवा सकती हूं अब मेरी गांड का बाजा बजा दो। राज ने कोल्ड क्रीम उठा ली और मैंने उसके लंड पर अच्छी तरह मसल मसल कर लगा दी। फिर राज ने मुझे घोडी़ बनाकर खड़ी कर लिया और मेरी गांड के छेद के ऊपर और बीच में उंगली डालकर अच्छे से क्रीम लगा दी।
राज ने कहा सानिया तैयार है तो मैंने कहा शराब का नशा कम हो रहा है थोडी़ पीकर करते हैं। शराब की आधी बोतल पड़ी थी मैंने उसी में पानी मिला लिया और गटागट आधे से ज्यादा पी गई और बाकी राज को दे दी। बाकी वो पी गया। तभी राज को किसी का फोन आ गया और वो बात करने लगा।
करीब पांच मिनट बाद वो आया तब तक मुझै बहुत ज्यादा नशा हो चुका था। मैं घोडी़ बनकर खड़ी हो गई औल राज ने मेरी कमर पकड़ कर अपना लंड मेरु गांड के छेद पर टिका दिया। राज धीरे धीरे जोर लगाने लगा और उसका लंड मेरी गांड को खोलता हुआ गांड में जाने लगा। मुझे अपनी गांड खुलती हुई महसूस हो रही थी।
कुछ ही देर में राज का लंड मेरी गांड की गहराई में था। पूरा लंड अंदर जाने के बाद राज ने लंड को पीछे खींच कर शॉट मारा और फिर जोर जोर से मेरी गांड चोदने लगा। मुझे बिल्कुल दर्द नहीं हुआ अगर हुआ होगा तो शराब के नशे से पता नहीं चला। राज ने मेरे बाल पकड़ लिए और कमर चला कर मेरी गांड चोदने लगा। मैं भी अपनी गांड को गोल गोल हिला कर चुदाई के मजे लूटने लगी। मुझे बहुत ज्यादा आनंद आ रहा था।
राज ने मुझे दीवार से सटा लिया और पीछे से मेरे बूब्ज़ पकड़ लिए। मैंने अपने हाथों से अपने चूतड़ पकड़ कर खोल दिए। राज ने मेरी गांड पर लंड रखा और इसबार जोरदार शॉट मारा। उसका लंड एक बार में मेरी गांड में समा गया। अब वो मेरे बूब्ज़ को दबाते हुए और पीछे से मेरी गर्दन चूमते हुए कमर चला कर मेरी गांड चोदने लगा। मैं भी अपनी गांड आगे पीछे करके लंड अंदर-बाहर करने लगी।
राज ने मुझे बैॅड पर उल्टा लेटा लिया और मेरे ऊपर आकर मेरी गांड में लंड पेल दिया। वो ऊपर से उछल कर मेरी गांड चोदने लगा और मैं नीचे से जोर लगा कर उसका साथ देने लगी। काफी देर गांड चुदाई के बाद राज बहुत तेजी से मेरी गांड चोदने लगा और ठंडी आहें भरते हुए मेरी गांड में वीर्य छोड़ दिया। उसके बाद मैं घर आ गई।
मुझसे ठीक से चला नहीं जा रहा था तो घर में बोला कॉलेज में गिर गई थी। उसके बाद हम दोनों हफ्ते में तीन या चार बार चुदाई जरूर करते और चुदाई से पहले पोर्न मूवी देखते। जैसा पोर्न मूवी में होता वैसे ही चुदाई करते।
ये मेरी पहली कहानी थी अगर गलती हो तो माफ करना आप लोगो को अगर कहानी पसंद आई तो अगली कहानी लिखूंगी। तब तक सभी को मेरी तरफ से अल्लाह हाफिज़।
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